स्वर्ग की प्राप्ति के लिए नित्य करें इस मंत्र का पाठ
इस लेख में आपको दो मंत्र बताऊंगा, इन दो मंत्रों में से आप कोई सा भी मंत्र नित्य बोल सकते हैं। इन मंत्रों को बोलने के बाद मनुष्य के मरने के बाद, उसकी अधोगति नहीं होती है और उसे स्वर्ग की प्राप्ति होती है।
घर में दुर्गा माता की कोई फोटो लेकर आए या फिर मूर्ति की स्थापना करेंगे तो अति उत्तम होगा और नित्य उसका पूजन करें, हाथ में जल लेकर माता से प्रार्थना करनी चाहिए की हे माता जी मेरी मृत्यु के पश्चात मुझे स्वर्ग की प्राप्ति हो और ऐसा बोल कर हाथ से चल छोड़ कर, दीपक जलाने के पश्चात इन मंत्रों का नित्य पाठ करना चाहिए । और मंत्र बोलते समय एक बात का ध्यान रखना चाहिए कि इन मंत्रों को बोलते समय आपके मुंह से आवाज ना निकले, इन मंत्रों का पाठ आपको मन ही मन करना है। इन मंत्रों का पाठ 11 बार 21 बार या जितनी बार आपका मन चाहे उतने बार आप इनका जप कर सकते हैं और यह दोनों मंत्र कुछ इस प्रकार है।
।।1।।
सर्वभूता यदा देवी स्वर्गमुक्तिप्रदायिनी।
त्वं स्तुता स्तुतये का वा भवन्तु परमोक्तयः॥
-- साधक इस मंत्र का जप स्वर्ग और मोक्ष की प्राप्ति के लिए करते हैं.
।।2।।
सर्वस्य बुद्धिरूपेण जनस्य हृदि संस्थिते ।
स्वर्गापवर्गदे देवी नारायणि नमोऽस्तु ते ॥
भावार्थ :
बुद्धि रूप से सब लोगों में विराजमान रहनेवाली तथा स्वर्ग एवं मोक्ष प्रदान करने वाली नारायणी देवी ! आपको नमस्कार है ।
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